पल पल फिक्र उसकी मेरा दामन भिगोती है मायुश सी ये रात मेरी आहे भर भर रोती है छुपती फिरती दर्द सीने में,चेहरे पर केवल मुकुराहट होती है ©Kumari Laxmi #kld #kumarilaxmi #kumarishayari #Love #Poetry #selflove