किसी ने हमसे पूछा कि आप हमसे बात क्यों करते हो ,हमारा रिश्ता क्या है, मैंने उनसे कहा क्या रिश्ते को नाम देना जरूरी है, क्या हम इंसानियत के नाते आपसे बात नहीं कर सकते , अगर मैं आपको दोस्त कहूं तो आप दोस्ती तक सीमित रहोगे, अगर भाई कहूं तो आप भाई के रिश्ते तक सीमित रहोगे, अगर पिता समान हो-कहूं तो आप उस रिश्ते तक सीमित रहोगे, यदि प्यार कहूं तो उसकी गहराईयों में उतरोगे, और इन सब मे हमारा हंसी मजाक का रूठने -मनाने का वो प्यारा सा बंधन खत्म हो जाएगा जो मैं कभी नहीं चाहुगीं ईसलिए हंसते रहो बाते करते रहो बिना किसी रिश्ते के स्वार्थ के , यही जिंदगी है।। ©Miss poojanshi #safarnama#rishtey#jindgikerishte#safarjindgika Bina kisi swarth ka rishta hi srbopari hai.