घर दफ्तर हर जगह ताला क्यों है ए कोरोना तेरा मुँह काला क्यों है जहर तूने हमारे लिए पिया कभी उदास शिवा तेरा ये प्याला क्यों है कहाँ दुआओं में अपनी जान मांगे बंद गिरजा,मस्जिद,शिवाला क्यों है जरूरतमंद मर रहे भूखे सड़कों पर कोरोना का इतना बड़ा भाला क्यों है देश मुसीबत में है मानते हैं हम भी बंद कमरे में खुद को उबाला क्यों है देश के खातिर छोड़ दिया सब कुछ ये लाक डाउन की फिर माला क्यों है बंद सब धर्म कर्म रीति रिवाज़ किया फिर खुली तब यहाँ मधुशाला क्यों है अर्थ व्यवस्था शराब से बढ़ जायेगी तो बंद मेरे देश की पाठशाला क्यों है प्रिया तेरा कुछ घाटा मुनाफा नहीं तो तेरे अंदर उठती ये ज्वाला क्यों है Priya Singh #coronaupdate