#OpenPoetry तेरे बिना कोई नहीं हैं मेरा यहा तेरे बिना सुनी है मंजिल सुनी डगर हैं बिन तेरे.. तेरे बिना... रास्ते हैं बहोत सारे कहाँ जाऊ किसे पाऊँ .. तुम जो साथ दो तो तुम्ही मेरी मंजिल तुही रास्ता .. सो गम मैं भुल जाऊ पर तेरा रूठना नहीं.. तेरी वो हसीं तेरा वो शर्माना काश उस वक़्त मैं समझ जाता इसारे तेरे आंखों से बहोत हुए पर हम तो कुछ समझ ना पाए अब पता चला प्यार सिर्फ आंखों से बया होता हैं #तेरे बिना