आज पंछी खुले आसमान में उड़ते हुए कहता होगा कि ऐसा भी समय आएगा, पता नहीं था। हम बेफिक्र उड़ान भरेंगे और इंसान डरेगा इंसान से ही पता नहीं था। हिमांशु ठाकुर #बदलता #समय