अब तक उनका कोई इकरार नहीं, दिल में शायद उनके मेरे लिए प्यार नहीं, ख्याल ये मेरा लगता बेकार तो नही, दिल फिर क्यों आज बेक़रार नहीं, जाने जिगर अब तेरे हम भी साथ नहीं, चेहरों पर भी तो कोई नकाब नहीं, जागते रहे रात भर पर कल इतवार नही, अब उनके लिए हमारा कोई पैगाम नहीं, ना गलत ना समझो नशे में हम आज नहीं, मुसाफ़िर सब पर हमारा कोई हमराज नही, करते हैं साथ सफर पर हमसफर साथ नहीं, क्या हैं उलझन मेरे दिल को...ये भी पता नहीं, बेवजह कलम चलाने का तो प्रिया ख्याल नहीं, उफ़!ये अपनी ही खामोशी से मैं परेशान तो नहीं, सोचा मिलेगा कोई तो इस जमाने में सुलझा सही, पर ऐसा भी कोई खुशकिस्मत इंसान नहीं। ©Priya Gour 🖤🖤 #RailTrack #Quote #NojotoWriter #3Jan 6:12 #realityoflife