CAPTION कोहराम मचाया मैं तो सीधा साधा था, बेपरवाही का बाशिंदा तुम आए कोहराम मचाया फ़िक्र जगाई, आस जताई, अनचाहा अहसास जगाया तुम आए कोहराम मचाया मैं तो रोज़ गिना करता था खुशियों के लम्हे उंगली पर आए तुम और सब छुड़वाया तुम आए कोहराम मचाया। दर्द फरेबी क्या होती है मुझे पता कुछ थोड़े ही था आए तुम और सब बतलाया तुम आए कोहराम मचाया। सब चीजें मैं तुम पर डालूं इतना बेगैरत भी नहीं पर ये भी तुमने ही सिखलाया तुम आए कोहराम मचाया।