याद तुम्हें तो होगा मिनी–2 याद तुम्हें सब कुछ है मिनी ना जाने क्यों भूल गई हो जाने क्यूं गुमान हुआ है मद में क्यूं तुम फूल गई हो बिन पनघट के रह लूंगा मैं अब ओंठो में प्यास नहीं है मिनी तुमने हीरा खोया तुमको ये एहसास नहीं है मिनी सब कुछ याद करो ना ऐसे ना बिसराओ तुम कितना गलत किया है तुमने खुद को ये समझाओ तुम सच को जान सकोगी शायद मन में अब भी आस यही है मिनी तुमने हीरा खोया तुमको ये एहसास नहीं है ©Raj Kumar Allahabadi try for song