Nojoto: Largest Storytelling Platform

साथी जहाँ में कोई न बनता गरीब का गर्दिश में टूट जा

साथी जहाँ में कोई न बनता गरीब का
गर्दिश में टूट जाता है रिश्ता करीब का। 

दुखों की आँधियों ने है जिसको बुझा दिया
फिर से जला चिराग माँ मेरे नशीब का।। 

,,जय माँ,, 

🇮🇳एक्स, आर्मी 🇮🇳

©Krishana Kant Sinha #realization
साथी जहाँ में कोई न बनता गरीब का
गर्दिश में टूट जाता है रिश्ता करीब का। 

दुखों की आँधियों ने है जिसको बुझा दिया
फिर से जला चिराग माँ मेरे नशीब का।। 

,,जय माँ,, 

🇮🇳एक्स, आर्मी 🇮🇳

©Krishana Kant Sinha #realization