ध्यान मीरा जो होकर भी नहीं होते (खुदा के इंसान) जो होकर भी नहीं होते जो नहीं होकर भी होते है जो खुद का अलग स्थान बनाते है वो "मीरा" है, जहन में खुद आते है जिसमे कुछ अलग बात है जो ना होकर भी साथ है मोजूदगी यहां और वहां(उसपार) "ध्यान" है जिसका गुरु उसका अभिमान है जो अपने आप में शान है जिसको खुदा पर नाज है जिसका अलग अंदाज है जिसके हर लफ्ज़ में साज है ब्रह्मांड में जिसका आगाज़ है जिसको खुदा ने खुद चुना है वो "ध्यान मीरा" है है इसको खुशियों का ज्ञान है जो अन्त द्वार पे खड़ी ,और अन्त तक लेके जाना जिसका काम है वो "ध्यान मीरा" है खुदा का पैगाम है ©Seema Mehra dhyan mira #wordsbyheart #Nojoto #Hindi #dedicated