मतलबी दोस्त कोई फ़िक्र न कोई गम था जमाने की, सिर्फ एक सर्त था साथ जीने की, वो दोस्त मतलबी निकले बहुत... जो वादा करते थे दोस्ती निभाने की!! मतलबी #दोस्त