तू वो ख़्याल है जो मेरे ज़हन से कभी जाता नहीं तू वो

तू वो ख़्याल है
जो मेरे ज़हन से कभी जाता नहीं

तू वो बदली हैं
जो ख़ुदा की रहमत सा
बरसता है मुझ पर

और ठहरा रहता है
मेरे घर की छत पर 

कभी कोई गीत गुनगुनाता हुआ 
तो कभी
मुस्कुराता हुआ...!

©अनुजा शर्मा

©Anuja sharma
  #ख़्याल
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