पँख निकालो उड़ कर देखों, ज़रा बंदिशें मिटा कर देखों, कभी अपने मन की करके देखों, समाज़ की सुनी बहोत, ज़रा समाज़ को अपनी भी सुना कर देखों, हिम्मत करो सब रोकेंगे पीछे तुम्हें खींचेगे, पर ज़रा एक बार सपनों को तुम जी कर देखों, कभी अपने सिर को उठा कर देखों, पँख निकालो उड़ कर देखों, पँख निकालो उड़ कर देखों, ©Anushka Sharma #swiftbird #Dream #writing #justthoughts #alone #Freedom #freebird