काल को जीतकर धूल में रम गये आंखों में बसे दिल में जम गये यमराज भी रोता है अपनी गलतियों पर न जाने ऐसा व्यक्तित्व कब दोबारा मिले -m/$ chauhan महान कवि प्रदीप चौबे को भावपूर्ण श्रद्धांजलि #PradeepChaubey