क्या खूब खेल दिखती है ज़िन्दगी हंसाती तो कभी रुलाती है ज़िन्दगी कभी दिया इतना जो सोचा पाना था कभी छीना जो सोचा जाना ना था कठपुतली जैसे खेल नचाती है ज़िन्दगी कभी कभी बेरंग हो जाती है ज़िन्दगी उदासी के लम्हें कभी खुशी के तराने खट्टी मीठी यादों के बनते बहाने इंद्रधनुष कभी ,कभी कांटा है ज़िन्दगी हर दिन हर पल बदलती है ज़िन्दगी #ज़िन्दगी_में #yaadei #InspireThroughWriting