एक अकेली सांझ और तन्हा दिशाएं ऐसे में कहीं बिछुड़े साथी मिल जाएं राहों में उल्लास के दिए जल उठें बचपन की यादें फिर खिलखिलाएं गुमसुम सी जिंदगी अजनबी से लोग दो चार मित्रों का चलो पता ढूंढ आएं जाने कैसे होंगे कहाँ होंगे बिछुड़े मीत खुश रहें अवाद रहें खुदा से दुआ मांग आएं आज उसकी गली से गुजरते हुए याद आगयीं प्यार भरी वो सर्द हवाएं। आज उसकी गली से गुज़रते हुए मन में आए हज़ारों तरह के ख़याल #उसकीगली #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi