हे कान्हा मेरी इश्क़े-दुआ उस रोज़ मुकम्मल हो जाये,,!! जिस रोज़ तू करे मक़बूल हर-सू इश्क़ ए-आफ़ताब उरूज़ हो जाये..!! (@kkü)✍️ الفاظ ے جمشید ✍️ ©Jamsheed Safeer #मेरीडायरीकेकुछपन्ने #राधाकृष्णप्रेम #जमशीदडायरी #अल्फ़ाज़_ए_जमशीद