बांके बिहारी ब्रज त्रिपुरारी ब्रह्माण्ड मुरारी आयेंगे गर दिल कभी लगे भटकने अम्बरीष अवनि छायेंगे । गोकुल कदम्ब की डाली छवि दर्पण साज सजायेंगे बांके बिहारी ब्रज त्रिपुरारी ब्रह्माण्ड मुरारी आयेंगे ।। तान निराली वंशी धुन में मुरलीधर राग सुनायेंगे दूध मलाई माखन मिसरी कंहैया जी भोग लगायेंगे । द्रोपदी की लाज बचाने कृष्ण कन्हैया जी आयेंगे बांके बिहारी ब्रज त्रिपुरारी ब्रह्माण्ड मुरारी आयेंगे ।। सुदामा से प्रेम निभाने नन्द जी के धर पर आयेंगे अर्जुन का सारथी बनकर मित्रता संकल्प दिखाएँगे । आलस्य त्याग का पाठ पढ़ाने जन्मास्टमी आयेगी बांके बिहारी ब्रज त्रिपुरारी ब्रह्माण्ड मुरारी आयेंगे ।। ©Shivanshu Pandey #HappyJamashtmi #ShriKrishna #sRiRadhe🙏