सुनो, मन ने पूछा दिल से क्या तुझे उसमें भाता है? जो तू हमेशा उसे प्रेम से ताकता है । आया दिल से जवाब 'धीर' दिल को कोई भा जाए कहाँ कोई कारण होता है, प्रेम तो हमेशा अकारण होता है। प्रेम तो एक भीना सा अहसास है, नजरों से जो जितना दूर उतना ही दिल के पास है। मैं करूं जितना वो भी करे उतना, प्रेम कहाँ ' धीर' ये तो व्यापार है। भिगा दे जो सामने वाले का तन -मन, प्रेम तो पानी की वो एकतरफा बौछार है। दिन रात आंखों में है जिसका सपना, हो जाये सच अगर वो भी कह दे मुझे अपना। दिल को जब कोई भा जाए फिर कहाँ वो साधारण होता है, 'धीर' प्रेम तो बस हमेशा अकारण होता है।। प्रेम तो हमेशा अकारण होता है।। ©Dheer #प्रेम #प्रेमकविता #Love #lovepoetry #dheer #dheerquotes #nojotoshayari