किसी ने चल कर देखा, किसी ने मर कर देखा, निकम्मा इश्क़, सभी ने कर के देखा। कितने बर्बाद हुए इश्क़ में, गौरतलब, फिर भी इश्क़ को सबके दर पर देखा ©Senty Poet #Gupta #ishk #ishaq #alone #poem #kavita #pyaar #Dosti