कोई गज़ल सुना कर क्या करना.. यूँ बात बढ़ा कर क्या करना.. तुम मेरे थे मेरे ही हो.. दुनिया को बता कर क्या करना.. तुम फर्ज़ निभाओ दिल से.. कोई रस्म निभा कर क्या करना.. तुम खफा भी अच्छे लगते हो.. फिर तुम को मना कर क्या करना.. तेरे दर पर आकर बैठे हैं.. अब घर भी जाकर क्या करना.. दिन याद से अच्छा गुजरेगा.. फिर तुम को भुला कर क्या करना !! Mizaj #Nojoto #Friendship #Abhishek_Mizaj