Nojoto: Largest Storytelling Platform

संघर्ष की भट्टी में मैं तप रही हूं क्या सचमुच मैं

संघर्ष की भट्टी में मैं तप रही हूं
क्या सचमुच मैं कुन्दन बन रही हूं
जमाने से सुना है मैंने कि
संघर्ष की भट्टी में तप कर ही
इंसान निखरता है
मिट्टी से सोना बनता है
शायद मैं भी सोना बन रही हूं

©Beena Kumari
  #sanghrsh#gold#feelings#emotion#beena