मैं तजुर्बे के मुताबिक खुद को ढाल लेता हू कोई प्यार जताए है तो दिल को संभाल लेता हूं मैं तजुर्बे के मुताबिक खुद को ढाल लेता हूं नहीं करता थप्पड़ के बाद दूसरा गाल आगे खंजर खींचे कोई तो तलवार निकाल लेता हूं मैं तजुर्बे के मुताबिक खुद को डाल लेता हूं डॉ.अजय मिश्र