अगर सिर्फ तुम्हारे आलस के कारण ना बना पाए तुम अपने मन की सरकार । तो तुम्हारे भारतीये होने पर हे धिक्कार ।। सोचो समझो और मतदान कर पाओ अपना अधिकार । देश मुक्त कराओ उनसे जो हे लुच्चे,लफंगे और मक्कार ।। :-दुष्यंत भदौरिया