अम्मी की रसोई में आपा की कढ़ाई में, शक्कर की चाशनी में अब्बु की आमदनी में, ज़रा गौर फ़रमाओ यारों आज ईद की मुबारकबाद है..! सागर में उठते लहरों के पानी में रंग बदलते मेघों के आसमानी में, सुनहरी रंगों में नहाई मस्जिदें चाँद की रोशनी में गुलाबी गालों और लाल सुर्ख़ होठों वाली प्रियतमा की चुनरी में, ज़रा गौर फ़रमाओ यारों आज ईद की मुबारकबाद है..! #ईदमुबारक