बाहरी शोरगुल को तो हम हेडफ़ोन लगाकर कम या नजरअंदाज कर सकते हैं। पर मन के भीतर जो शोर है उसे हम ना कम कर सकते हैं ना नजरअंदाज कर सकते हैं । बस हम उसके खत्म या कम होने का इंतजार कर सकते हैं। ©Milan Sinha #मन #शोरगुल #जिन्दगी #उलझन #मनकाशोर #Life_experience #Life #MyThoughts #milansinhaQuotes