चोर आज चोर को ही कह रहा तू चोर है देखो तो जरा हर तरफ ये कैसा शोर है ? झूठ छल कपट और ईर्ष्या सबके मन में .. क्या तुम समझ सके ये कैसा आया दौर है ? भीड़ में ये आकर बेसहारा को हैं मारते ... क्यों प्रेम खो गया और देखो नफरत हर ओर है ? क्या हो गया आवाम को कोई तो बता भी दो शांति है शहर में फिर क्यों दिल में तेरे शोर है ? #समाज_की_सच्चाई