काश ऐसी कश्ती होती , जो दर्द किनारे लगाती । काश ऐसी रेलगाड़ी होती , फिक्र मिलों दूर छोड़ आती । काश ऐसी हवाई जहाज़ होती , परेशानियों को छू उड़ाती । काश ऐसी बस होती , हौले से खुशीयों पास ले जाती । काश ऐसी टैक्सी होती , दुखों से लिफ्ट ले घूम आती । ©Anuradha Sharma #feeling #yqquotes #problems #urdu #quotes #writersofindia #writerdesk #writing #Nojoto #PARENTS