छुप के दस्तक दे गया जो दिल पे दिल पे दस्खत कर गया वो भरी महफ़िल में .... महफ़िल में गाए दिल बस उसी का तराना तराना उसी का हर शक्स की जुबां पे जुबां पे सभी के बस उसकी ही नज्में नज्में उसी की बनी जीने का बहाना बहाना दिल ढूंढे हो दिदार कैसे फ़िर उसका उसका दीवाना दिल कैसे इसे समझाये समझाये इसे कैसे वो नहीं हैं कभी तेरा तेरा सबकुछ हैं उसपे समर्पित समर्पित हैं जीवन अब मन उसपर ही अर्पित अर्पित भावनाएं उसपे सारी सारी उम्मीदे उससे जुड़ गईं वो पथप्रदर्शक पथप्रदर्शक मैं राही राही तन्हा हूँ मैं हैं वीरां सफ़र एक एक तन्हा तन्हा सा सफ़र हैं बस मैं और जान जान #NojotoQuote 8,9,8,8,8,7,8,7,8,6,8....... #dilsere#writersnetwork#du#hindvindiछुप के दस्तक दे गया जो दिल पे दिल पे दस्खत कर गया वो भरी महफ़िल में .... महफ़िल में गाए दिल बस उसी का तराना तराना उसी का हर शक्स की जुबां पे .......... जुबां पे सभी के बस उसकी ही नज्में नज्में उसी की बनी जीने का बहाना बहाना दिल ढूंढे हो दिदार कैसे फ़िर उसका