Hindi shayari quotes ग़नीमत है दिल टूटा है फ़क़त, बिख़रा तो नहीं है! अभी ठहरा है लम्हा इश़्क़ का, ग़ुज़रा तो नहीं है!! अभी आँख़ ही रोई है, अभी तो ज़ख़्म मिले हैं, बुख़ार इश़्क़ का मग़र अभी, उतरा तो नहीं है! रहता तो वो अब भी है, ग़ोशा-ए-दिल में कहीं यार, है तो वो यहीं क़हीं मग़र, अब वो, मेरा तो नहीं है! वो शज़र जो कट गया, उसका निशाँ तो वहीं है, कट गया बेशक़ मग़र, वो अभी, गिरा तो नहीं है! दरिया मिल के समंदर में कहीं, खोया तो नहीं है! है अब भी वो बे-शुमार, कोई, क़तरा तो नहीं है!! मेरी हस्ती मिटा दो बेशक़, मुझे दास्तान बना दो, नाम को मग़र "सूरज" मेरे, ख़तरा तो नहीं है!! #NojotoQuote