तेरा इंतज़ार स्टेशन जैसी हो गयी है जिंदगी जाह लोग तो बहुत है पर अपना कोई नही । #intezar स्टेशन जैसी हो गयी है जिंदगी जाह लोग तो बहुत है पर अपना कोई नही ।