कोई मुकाम छूट जाता है कोई हाथ छूट जाता है।। शहर जब जब बदलता कोई साथ छूट जाता है।। छूट जाने से बस अहसास नहीं छूटता। इसे जान जाएं तो सफर- ए -जीवन समझ आ जाता है।। ©ravi parihar #cityview