#5LinePoetry समस्याओ के घाट पर हमने, खड़े हो, दूर तक देखा, आस पास कोई नही था, चीख कर आवाज़ भी लगाई, पर ये क्या, कोई नही था, मन इक पल घबराया, पर ये क्या कोई आवाज़ आई, ये पल घबराने का नही, इनसे मुकाबला करने का है, जब टटोला तो पता लगा की आवाज़ थी मेरे अंतरमन की आवाज़ l ©Vicky सुनो, क्योंकि ये आवाज़ है मेरी अपनी, अंतर मन की आवाज़ #5LinePoetry