यह प्राकृतिक नियम है की पात्रता और पुरुषार्थ के अनुरूप ही प्रतिफल मिलता है हमारे जीवन की पवित्र लगते ही वह रामबाण औषधि है जो दूर विचार रूपी असुरों का संहार करती है लीन यू टांगने जीवन का सार इन शब्दों में बताया है कि सही या गलत कुछ भी नहीं है यह तो सिर्फ सोच का खेल है पूरी इमानदारी से जो व्यक्ति अपना जीविका और प्रजन करता है उसे पढ़ा कर दूसरा कोई महात्मा नहीं है ©Ek villain #brokenlove #यह प्रकृति का नियम है की पात्रता और पुरुषार्थ के अनुरूप ही प्रतिफल मिलता है