तू सान से छाती फुलाया करता था इस मिट्टी का लेकिन आज कर्म ऐसा कर गया कि मुँह छिपाए फिर रहा था पहचान इस मिट्टी से मिला और सब इसी मिट्टी में मिला गया || ~✍आरती ©Arati Sah #sb kuch mitti me mil jana