दुःख के दिनों में निरंतर बहते आँसुओं को देख, ईश्वर इक रोज़ एक तिल बनकर मेरे गाल पर उभर आया और मैं रोना भूलकर उस तिल के रहस्य में खो गई..ईश्वर जानता था अपने बच्चे को बहलाकर ध्यान बँटाना.. अब मैं पीड़ा के क्षणों में सुख को नहीं अपने चेहरे में ईश्वर को खोजती हूँ। ईश्वर कोई न कोई रास्ता दिखा ही देता है❤️ #yqbaba #yqdidi #yqhindi #hindiquotes #गद्य #ईश्वर #pc_pinterest #yqdidichallenge