वो तो बस एक बहाना था, हक़ीक़त में तो उनको हमसे अपना दामन छुड़ाना था ! यूँ आदत अपनी बना कर, दिल को अपना घर बनाकर, चल दिए ज़िन्दगी की राह में छोड़कर ! किया यकीन बहोत है मैंने, हर रोज़ रुस्वा किया है उसने, अब सोचती हूँ क्यों भरोसा किया मैंने ! सामने ही तो रहा था सबकुछ , हम फ़िर भी न समझ पाए कुछ, हाँ ! ये ग़लती किया हमने ! यूँ मिश्री घोला जो था, अब याद आता है वो तो, ज़हर था उसका, बड़ा अच्छा धोखा दिया उसने ! फ़क़्त-ए-इश्क़-ए-उल्फ़त में रुस्वा हुये कई बार हम, जो बचा कर रखा था, वो भी कुचल दिया उसने ! #सुचितापाण्डेय नमस्कार दोस्तों। कोलाब करें Pen n Popcorn के साथ और जोड़िये अपने प्यारे शब्द। #pnpwoto #pnphindi #pennpopcorn #collabwithpnp #pnp011220 #YourQuoteAndMine Collaborating with Pen n Popcorn