मिट्टी सी मैं , उसकी यादों मे सूख रही थी .... वो बारिश बनकर बरसा और मैं महक उठी !! अल्फाज दबाकर बैठी थी मैं... वो सूरज बनकर आया और मैं चहक उठी !! टप टप करती बूंदो मे मैं .... गीत उसके गुनगुनाने लगी... बौछार ऐसी हुई बारिश की मुझपर, कि मैं किस्से भी उसके सुनाने लगी .... मुझसी मिट्टी पर बरसा ऐसे .. कि तन मन से मैं महक उठी... किरनो में ऐसा तेज था उसकी , कि मैं खुद एक सुबह सी चहक उठी !! #हिमानी...📝📝 #nojotohindi #kalakaksh #baarish #love #TST #mehak #zindagi