आँखों कि तलाश बनना है मुझे रुकावट बहुत है पर चलना है मुझे सिढीयां बहुत है पर चढना है मुझे कदम लडखडायेगे पर डरना नही है मुझे पता मंजिल पास है पर संघर्ष करना है मुझे manjil tak pahuch na h muje