गर मैं होता संसार का निर्माणकर्ता, तो दुनिया को बेवकूफ़ो से बहुत दूर करता। बोलने की भी एक हद होती है, अपनी माँ को गाली देते हैं, बनते हैं हकीम और बिमारी को एक मुद्दा बना लेते हैं। अरे, ऐसे गोताखोरों को मैं लातों से साफ करता। गर मैं होता संसार का निर्माणकर्ता ॥ करनी बस मनमानी बात तक ना माननी है, गधे को घोड़ा बोला बस उतनी ही जाननी है। इनके दु:खों को मैं दु:हरन से हरता। गर मैं होता संसार का निर्माणकर्ता ॥ जानते अधूरा पर पूरा बताते हैं, जनता बरगलाते फिर सामने ना आते हैं। इनके तशरीफ में मैं खूब डंडे करता गर मैं होता संसार का निर्माणकर्ता ॥ For Little thoughts human #aboutlitteknowledge #nojotohindi #poetry