लघु कथा सुधीर - रमेश वो देख घनश्याम के यहाँ आग लगी है रमेश - अरे, उधर देख राजेश के यहाँ भी लग गई देख इसके घर भी आग पहुँच गई, देख उसके घर भी आग लग गई देख कैसे दौड़ रहे हैं लोग आग बुझाने के लिए घंटों तमाशा देखने के बाद जब उन्होंने अपने घरों की ओर देखा तो पाया दोनों के घर जल चुके थे ~ प्रणव पाराशर #लघु कथा