बेताब थे हम जिन्हें एक झलख देखने को कभी, आज नजरें मिल जाये तो नजरे हटा लेते हैं....... जिनसे इश्क़ का इल्म जाना था कभी, आज उस इश्क़ का मर्ज खोजते फिरते हैं....... यकीनन यादों और हक़ीक़त में अंतर होगा, मग़र यादों को हक़ीक़त से निकाले कैसे...... वफ़ा की बातें हो या बेवफाई का गम, ये बातें समझ पाते तो कभी इश्क़ न करते.... #nojoto #nojotohindi #hindi #hindipoetry #poetry #quotes #myquote #love #hardaha #apnabilaspur #206