खून-पसीना एक करो तब जाकर, रुपये मिलता है। और रूपये से ही , पेट भरता है। हे खुदा! तू रूपयों को तलाशने के लिए ही, इतनी परीक्षा क्यों लेता है। ©Archana Patel रुपये