White इस क़दर भी ख़ुद को खराब नहीं करते हर बात पे बेवजह के सवाल नहीं करते। तेरी इबादत कम मेरी ज़्यादा इस तरह भी हिसाब नहीं करते। जिन राहों में कांटे हों बिछे रेत से उनमें हम सायों को आब नहीं करते। दिल की किताबे गर खुलीं हों दरम्यान तो हर ग़म पे जवाब नहीं करते चाहतें होंगी तो सादगी से आएंगी इश्क़ को कभी बेहिजाब नहीं करते। समंदर में डूबते हैं जो मोतियों के वास्ते ऐसे लोग किनारों का ख़्वाब नहीं करते। राजीव ©samandar Speaks #GoodMorning अंजान