रास्ते कही नहीं जाते , वो तो वहीं कायम रहते हैं। अपनी जगह पर, बड़े सब्र और ताअम्मुल के साथ। लोग ही इन पर चलकर ,पाते हैं अपनी,मंज़िले मकसूद, हमारी ज़िन्दगी भी, कुछ इसी तरह का सफर है । एक सफर ख़त्म कर, दूसरे पर निकल जाते हैं। रास्ते वहीं कायम रहते हैं, मुसाफिर बदल जाते हैं। OPEN FOR COLLAB✨ #ATnaturebg47 • A Challenge by Aesthetic Thoughts! ✨ Collab with your soulful words.✨ • Must use hashtag: #aestheticthoughts • Please maintain the aesthetics.