वो है मेरे कमरे की खिड़की। इस ही जगह पर मैंने लिखना शुरू किया, इस ही जगह पर मैंने घंटो तक उस चांद को देखा जिसे शायद वो भी देखती होगी। इस ही जगह से मैंने दुनिया को थोड़ा अलग नजर से देखना सिखा है। और इस खिड़की के सामने वाली खिड़की में एक चांद का टुकड़ा भी रहता है। #rishwrites #khidki #challenge #घरकीचीज़ें #yqdidi #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi