साजिश साजिशों के हम शिकार हो गए यहांँ जब से आए इस शहर में बदनाम हो गए हम कोई नहीं जानता था मुझको इस शहर में लेकिन आज इस शहर में हम सबके दुलारे हो गए आजकल चर्चा तो यहांँ तक हो रही है कि हर गली-मोहल्ले में हमारी चर्चा सरेआम हो रही गुनाहों के सरदार, जो करते हैं खुलेआम भ्रष्टाचार वह भी आजकल हमारी चर्चा बारे आम कर रहे ©DR. LAVKESH GANDHI #feelingsad # # गुनाहों के सरदार #