बड़ी तलब थी उसे आसमान पे घर बनाने कि , सो मैंने आसमान पे ले जाकर उसे छोड़ दिया । अब मेरे ज़मी पे लौटने से पहले वो ज़मी पर पड़ा कराह रहा था। आसमान के ठिकाने