तुम्हारी कोई ख़बर नहीं मिलती कोई ख़ूबसूरत सी सहर नहीं मिलती डूबते हुए यादों के सागर में हमको ज़िंदगी की कोई लहर नहीं मिलती दिल के शहर भी ख़ाली हुए भावनाओं की गुजर-बसर नहीं मिलती तिल-तिल कर मारती है यह वहशी तन्हाई और बचने की भी कोई कसर नहीं मिलती ढूंढ़ती फिरती हैं हर पल तुम्हें जो नज़रों को हमारी ठहर नहीं मिलती मर चुकी हैं जो इक अरसा हुआ है ख्वाहिशों को हमारी भी कबर नहीं मिलती तुम्हारी कोई ख़बर नहीं मिलती, प्यार की कली नहीं खिलती... #तुम्हारीख़बर #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #भुवनेश #yqbaba #yqhindi #yqbhaijan