बचपन होता तो पा लेते तुम्हे पाँव पटकते आँसु बहाते गले लगा लेते तुम्हे क्या खोकर पाई है छलिया हंसी क्या जाने सिसकती आँखे टपकते होठ बंद कमरे क्या दिखाते तुम्हे #nojotoshyari #nojotohindi #nojotopoerty #nojoto